Bollywood के काले सच: नेपोटिज़्म से लेकर ड्रग्स केस तक, वो बातें जो इंडस्ट्री छिपाना चाहती है
इंट्रोडक्शन
बॉलीवुड को भारत का सबसे बड़ा फिल्म इंडस्ट्री माना जाता है। यहाँ हर साल सैकड़ों फिल्में रिलीज़ होती हैं और करोड़ों रुपये का बिज़नेस होता है। लेकिन इस चमक-दमक और ग्लैमर के पीछे कई ऐसे “काले सच” भी छुपे हैं, जिनके बारे में दर्शक कम ही जानते हैं। सोशल मीडिया और मीडिया रिपोर्ट्स के ज़रिए अक्सर यह “Bads of Bollywood” सामने आते रहते हैं। आइए जानते हैं उन पहलुओं के बारे में जो इस इंडस्ट्री के डार्क साइड को उजागर करते हैं।
1. नेपोटिज़्म और फेवरिटिज़्म
बॉलीवुड का सबसे बड़ा विवाद नेपोटिज़्म यानी भाई-भतीजावाद को लेकर है। कई सालों से यह आरोप लगता रहा है कि इंडस्ट्री में स्टार किड्स को आसानी से मौके मिल जाते हैं, जबकि स्ट्रगलर्स के लिए जगह बनाना मुश्किल हो जाता है।
कंगना रनौत ने खुलेआम करण जौहर पर नेपोटिज़्म का ठप्पा लगाया था। सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद तो यह मुद्दा और भी गर्म हो गया था। दर्शकों का मानना है कि टैलेंटेड आउटसाइडर्स को दबाने के लिए इंडस्ट्री के कुछ गुट काम करते हैं।
2. ड्रग्स और पार्टी कल्चर
2020 में एनसीबी (NCB) की रेड्स के बाद बॉलीवुड की इमेज को बड़ा झटका लगा था। कई नामी सितारों का नाम ड्रग्स केस में सामने आया। आर्यन खान (शाहरुख खान के बेटे) का केस भी लंबे समय तक सुर्खियों में रहा।
कहा जाता है कि फिल्म इंडस्ट्री में पार्टी कल्चर और ड्रग्स का इस्तेमाल आम है, लेकिन इसे खुलेआम कभी स्वीकार नहीं किया जाता।
3. कास्टिंग काउच और शोषण
कई एक्ट्रेसेज़ और एक्टर्स ने इंटरव्यू में स्वीकार किया है कि उन्हें कास्टिंग काउच का सामना करना पड़ा।
यह एक ऐसा मुद्दा है जिसके बारे में कम ही लोग खुलकर बोलते हैं, लेकिन समय-समय पर कई डायरेक्टर्स और प्रोड्यूसर्स पर आरोप लगते रहे हैं। यह भी “Bads of Bollywood” की लिस्ट में सबसे बड़ी काली सच्चाई है।
4. बॉक्स ऑफिस गेम और PR पॉलिटिक्स
बॉलीवुड फिल्मों की असली कमाई अक्सर दर्शकों से छिपाई जाती है। कई बार कोई फिल्म फ्लॉप होने के बावजूद ‘सुपरहिट’ बताई जाती है, ताकि उसकी इमेज बनी रहे।
PR और मीडिया मैनेजमेंट भी इस खेल का अहम हिस्सा हैं। Paid reviews और Influencer मार्केटिंग के ज़रिए फिल्मों को बड़ा दिखाना आज एक आम ट्रेंड बन चुका है।
5. सेलिब्रिटी विवाद और कोर्ट केस
बॉलीवुड सितारे सिर्फ फिल्मों के लिए ही नहीं, बल्कि अपने विवादों के लिए भी सुर्खियों में रहते हैं।
- सलमान खान का काला हिरण और हिट एंड रन केस
- संजय दत्त का आर्म्स एक्ट केस
- आर्यन खान का ड्रग्स केस
ये सब ऐसे उदाहरण हैं जिनसे बॉलीवुड की इमेज खराब होती है।
6. सोशल मीडिया बैकलैश – #BoycottBollywood
हाल के सालों में दर्शकों का गुस्सा कई फिल्मों पर फूटा है। सोशल मीडिया पर #BoycottBollywood ट्रेंड आम हो गया है। लोग मानते हैं कि इंडस्ट्री में टैलेंट से ज्यादा परिवार और पावर को महत्व दिया जाता है।
यही वजह है कि साउथ की फिल्मों और हॉलीवुड कंटेंट को भारत में ज्यादा रिस्पॉन्स मिल रहा है।
7. फेक न्यूज़ और गॉसिप कल्चर
बॉलीवुड में सिर्फ फिल्में ही नहीं, बल्कि अफवाहें और गॉसिप्स भी चलते रहते हैं। रिलेशनशिप्स, ब्रेकअप्स और अफेयर्स पर आधारित न्यूज़ अक्सर फिल्मों से ज्यादा सुर्खियां बटोर लेती हैं। कई बार ये खबरें PR स्टंट भी साबित होती हैं।
निष्कर्ष
बॉलीवुड जितना बड़ा है, उतने ही बड़े इसके “बुरे सच” भी हैं। नेपोटिज़्म, ड्रग्स, कास्टिंग काउच, कोर्ट केस और पॉलिटिक्स – यह सब इस इंडस्ट्री के डार्क साइड को दिखाते हैं। हालांकि, समय-समय पर बदलाव की मांग भी उठती रही है और नए टैलेंट्स अपनी मेहनत से इंडस्ट्री में पहचान बना रहे हैं।
दर्शकों की उम्मीद है कि आने वाले सालों में बॉलीवुड इन बुराइयों से बाहर निकलेगा और सिर्फ अच्छे सिनेमा पर फोकस करेगा।
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