Rain flood: पूर्वोतर के राज्यों में अभी तक भयंकर बारिश की आशंका बन चुकी है। अरुणाचल प्रदेश इस शहर असम आने वाले वक्त में सिक्किम इसके साथ सिक्किम इसी समय त्रिपुरा में इस समय भयंकर आंधी तूफान और बाढ़ की स्थिति बन चुकी है। जिससे हमें इस समय हजारों की संख्या में काफी ज्यादा प्रभावित हुए बारिश बाढ़ की जानकारी मौसम विभाग में अभी तक बाढ़ बारिश का कहर 2 से 5 जून कई देश में भयंकर बाढ़ बारिश से तबाही व्यक्त की है। तो आप यहां और जान सकते हैं 4 से 5 दिन की ऐसी बारिश जिसे हर आपको जानना चाहिए….
Rain flood पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश और बाढ़ का कहर – मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
भारत Rain flood के पूर्वोत्तर राज्यों में आने वाले दिनों में भारी बारिश, तेज़ आंधी और बाढ़ की गंभीर चेतावनी मौसम विभाग ने जारी की है। खासतौर पर अरुणाचल प्रदेश, असम, सिक्किम और त्रिपुरा में 2 जून से 5 जून तक मौसम का रुख बेहद खराब रहने की संभावना है। इस दौरान भारी संख्या में लोग प्रभावित हो सकते हैं।
2 से 5 जून तक भारी वर्षा और तूफान की चेतावनी
मौसम विभाग के मुताबिक, 2 जून से लेकर 5 जून तक उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, सिक्किम, असम, मेघालय, त्रिपुरा, मणिपुर और मिजोरम में भारी से अत्यधिक बारिश, तेज़ हवाएं और बिजली गिरने की घटनाएं हो सकती हैं।
इस दौरान कई जगहों पर बाढ़ जैसी स्थिति बन सकती है। Rain flood कुछ क्षेत्रों में हवा की रफ्तार 60 से 70 किमी प्रति घंटे तक हो सकती है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो सकता है।
देश के अन्य हिस्सों में भी बारिश का प्रभाव
Rain flood मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि केवल पूर्वोत्तर ही नहीं, बल्कि मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, विदर्भ, बिहार, ओडिशा, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश में भी अगले 7 दिनों में हल्की से मध्यम वर्षा के साथ तेज़ आंधी-तूफान आने की आशंका है।
हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में 3 और 4 जून के बीच तूफानी हवाओं के साथ बारिश हो सकती है, वहीं राजस्थान और पश्चिम उत्तर प्रदेश में 50-70 किमी/घंटा की तेज़ हवा चलने का अनुमान है।
भारत में बारिश और बाढ़ से जुड़ी प्रमुख घटनाएं
- 1998 की भीषण बाढ़:
यह बाढ़ चीन और बांग्लादेश के बीच आई थी, जिसका प्रभाव भारत तक महसूस हुआ था। यांग्त्ज़ी, नेन, सोंगहुआ और पर्ल नदियों में उफान से जून से सितंबर तक बाढ़ रही। - भारत में 1988 और 1993 की बाढ़:
1988 में पंजाब और उसके बाद 1993 में भारत के 8 राज्यों में बाढ़ ने 530 से अधिक लोगों की जान ली थी।
दुनिया में सबसे ज्यादा बारिश कहां होती है?
कोलंबिया का लोरेंजो (Lloró) दुनिया का सबसे बारिश वाला शहर माना जाता है, जहां सालभर में औसतन 13,000 मिमी से अधिक बारिश होती है।
भारत में मेघालय का चेरापूंजी और मौसिनराम सबसे अधिक वर्षा वाले क्षेत्र माने जाते हैं।
बाढ़ Rain flood का खतरा क्यों गंभीर है?
बाढ़ से:
- जन-धन की भारी हानि
- आवासीय क्षेत्रों का डूबना
- बिजली, पानी, संचार सेवाओं का ठप होना
- फसल और आर्थिक व्यवस्था को गंभीर नुकसान
जैसी समस्याएं पैदा होती हैं।
Rain Flood Alert: पूर्वोत्तर भारत में भारी बारिश और बाढ़ का खतरा, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
Rain flood देश के पूर्वोत्तर राज्यों में अगले कुछ दिनों में भयंकर बारिश और बाढ़ की स्थिति बन सकती है। मौसम विभाग ने चेतावनी जारी की है कि 2 जून से 5 जून तक असम, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, मिजोरम, त्रिपुरा और सिक्किम में भारी बारिश, तेज आंधी और बिजली गिरने की घटनाएं देखने को मिल सकती हैं।
पूर्वोत्तर Rain flood भारत में कहां-कहां खतरा?
- असम, मेघालय: 1 से 3 जून तक भारी बारिश और तूफान की आशंका।
- मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा: 2 जून को तेज बारिश और बाढ़ की संभावना।
- सिक्किम व उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल: 2 से 4 जून तक मध्यम से भारी वर्षा का अनुमान।
मौसम विभाग के अनुसार, इन राज्यों में 40-70 किमी प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं और बिजली गिरने की घटनाएं भी बढ़ सकती हैं।
देश के अन्य हिस्सों में भी भारी बारिश का अलर्ट
- मध्य प्रदेश, विदर्भ, छत्तीसगढ़, बिहार, उड़ीसा: 1 से 4 जून के बीच तेज हवाओं के साथ मध्यम से भारी वर्षा की संभावना।
- उत्तर प्रदेश, राजस्थान: 1 से 5 जून के दौरान हल्की से मध्यम बारिश के आसार।
- जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, पश्चिमी उत्तर प्रदेश: 2 से 4 जून तक तेज हवाओं (50-70 किमी/घंटा) के साथ आंधी तूफान की संभावना।
बारिश से बाढ़: क्या है खतरा?
भारी बारिश की वजह से:
- नदियों का जलस्तर बढ़ सकता है
- शहरों में जलभराव और यातायात बाधित हो सकता है
- ज़मीन धंसने और भूस्खलन का खतरा बढ़ जाता है
बाढ़ न केवल जन-धन की हानि का कारण बनती है, बल्कि अर्थव्यवस्था, इंफ्रास्ट्रक्चर और फसलों को भी भारी नुकसान पहुँचाती है।
इतिहास में बड़ी बाढ़ें
- 1998 की बाढ़: चीन, बांग्लादेश और भारत में भारी तबाही मचाई। यांग्त्ज़ी, नेन और ब्रह्मपुत्र जैसी नदियों ने कहर बरपाया।
- 1988 और 1993 में भारत: पंजाब समेत 8 राज्यों में बाढ़ ने सैकड़ों लोगों की जान ली थी।
दुनिया के सबसे ज्यादा बारिश वाले स्थान
- कोलंबिया (Lloró): यहां हर साल 13,000 मिमी से अधिक वर्षा होती है।
- भारत का मेघालय (चेरापूंजी और मौसिनराम): दुनिया के सबसे अधिक वर्षा वाले क्षेत्रों में से एक।
जनता को सावधान रहने की जरूरत
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे:
- सुरक्षित स्थानों पर रहें
- निचले इलाकों से दूरी बनाए रखें
- बिजली और तूफान के समय बाहर न निकलें
- सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें
निष्कर्ष:
मौसम विभाग ने साफ़ कर दिया है कि आने वाले 4-5 दिन भारत के कई हिस्सों, विशेष रूप से पूर्वोत्तर राज्यों के लिए बेहद संवेदनशील रहेंगे। लोगों से अपील की गई है कि वे सुरक्षित स्थानों पर रहें और प्रशासन के निर्देशों का पालन करें।
सरकारी एजेंसियां राहत और बचाव कार्य के लिए अलर्ट मोड में हैं।
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