tahavvur rana इस मुंबई में न जाने कितने मौतें कर चुके हैं, कुख्यात आतंकवादी तहव्वुर राणा आज वह न्याय के गढ़ घेरे में आ चुका है। इस सवाल पर मुंबई की ऐसी गुनहगार को आखिर कब तक फैंसी में लटकाया जाएगा।
इस देश की आर्थिक राजधानी मुंबई tahavvur rana शहर और सड़कों को खून से लाल कर देने वाले, आज वह न्याय के कटघरे में आकर खड़ा हो चुका है। हजार प्रयास पर इस पर ठोस सबूत जताकर आज तहव्वुर राणा यह अमेरिका से बड़ी भारत पर सफलता मिली है।
अब सबके मन में एक ही सवाल बहुत ज्यादा उठ रहा है इस दरिंदे को tahavvur rana कोक आखिर कब तक फैंसी में चढ़ाया जाएगा। ऐसी एक मुंबई हार्ले में अजमल कसाब दिया जा चुका है। तहव्वुर राणा इस फांसी की कैलाशबाजी की बीच में उद्धव ठाकरे गुट और यहां शिवसेना के नेता और एक ने और बोला संजय राउत ने एक बड़ी दावा किया है। उन्होंने बताया कि इस बिहार विधानसभा चुनाव तक उससे पहले फांसी नहीं दिया जाएगा।
tahawwur rana kon hai
tahawwur rana यह पैदा हुए थे 12 जनवरी 1961 और आज वह एक बहुत बड़ी उम्र हो चुकी उम्र 64 वर्ष यह पाकिस्तान पर Chichawatni, Pakistan बिलॉन्ग करते हैं जहां ऐसे लोगों को ट्रेन करते हैं यह कनाडा पाकिस्तान से बिलॉन्ग करते हैं। यह बहुत पढ़े लिखे हैं कैडेट कॉलेज हसनअब्दाल पढ़े हुए हैं। और यहां से इनकी लाइफ 14 वर्ष का कारावास सजा काट रहे हैं, भारत को प्रत्यर्पित किया गया है।
शिवसेना-यूबीटी सांसद संजय राउत कुछ बड़ी घोषणा की 26/11 बड़ी आतंकी हमले से इनके बड़े मुख्य आरोपी जिनके नाम tahawwur rana news जिसको गुरुवार को भारत पर लाया गया था इसे तुरंत फांसी देनी चाहिए और साथी दावा किया कि सरकार बिहार चुनाव के दौर पर ऐसा जरूर करेगी। और उनके साथ रावत इब्राहिम एक मांग की कुलभूषण जल्दी वापस घर लाना चाहिए। जाधव 2016 पकड़ा गया था और उनके साथी एक बेहतरीन जासूसी के लिए पाकिस्तानी सैन्य अदालत ने इसकी वजह से मौत की सजा सुनाए की। भारत में पाकिस्तान के आरोपी को एक मनगढ़ंत कहानी बता के खारिज कर चुके हैं।
अनुसार जाधव ईरान में बहुत ही चालाकी से अगवा किया गए थे, जहां वहां वेद व्यापारिक हित और साथी और वहीं से पाकिस्तान लाया गया। जाधव वहां से बचने के लिए भारतीय अंतर्राष्ट्रीय न्यायालय का साथ लिया गया। इस समय पाकिस्तान को फांसी न लगाने का आदेश दिया।
tahavvur rana रावत ने लिया कांग्रेस का नाम
रावत का कहना tahavvur rana लेकिन तुरंत फांसी दी जानी चाहिए लेकिन बिहार चुनाव की वजह से इस साल के अंत के दौरान जल्द ही फांसी दी जाएगी। राउत बताया कि tahavvur rana भारत में लाने के लिए यह 16 साल की लड़ाई चल रही है। कांग्रेस के शासन के शुरुआत से शुरू हुई थी, रावत का कहना, इसलिए भारत पर वापस लाने के लिए किसी को भी अपना श्रेय नहीं लेना चाहिए।
उनका कहना यह भी है साल 1993 के बड़ी प्लानिंग सीरियल ब्लास्ट इस आरोपी अबू सलेम इस भारत में प्रत्यर्पित किया था। इनके साथ उन्होंने कुछ यह भी मांग की नीरव मोदी इनके साथ मेहुल चोकसी यहां भगोड़े भारत प्रत्यर्पित किया जाए।
NIA को 26/11 मुंबई 18 दिन की रिमांड मिली
दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट बड़ी लेट और देर रात गुरुवार को फैसला सुनाया। इससे पहले तहव्वुर राणा केंद्रीय जांच एजेंसी कोर्ट लाया और पेश किया गया, इस मामले में कोर्ट का समय बहुत ज्यादा गया। एनआईए सीनियर वकील वहीं के दयान कृष्णन अदालत के सामने इस राणा के खिलाफ पुख्ता सबूत पेश किया।
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